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शासन: मुद्दे और चुनौतियाँ / अभय प्रसाद सिंह एवं कृष्ण मुरारी

By: Material type: TextTextPublication details: हैदराबाद : ओरिएंट ब्लैकस्वान ; 2018.Description: 280 p. : ill. ; 26 cmISBN:
  • 9789352872022
DDC classification:
  • 320.954 SIN P18S
Contents:
1. समृद्धि और विकास विमर्श: शासन से सुशासन तक (विकास और विकास बहस: शासन से सुशासन) 2.भूमण्डलीकरण के दौर में भारत (वैश्वीकरण के युग में भारतीय राज्य) 3.भारत में विकास के बदलते आयाम (भारत में विकास के बदलते आयाम) 4. सुशासन द्वार लोकतंत्र का सुदृढीकरण (सुशासन के माध्यम से लोकतंत्र को मजबूत करना) 5.मानव-पर्यावरण संबंध (मानव-पर्यावरण संपर्क) 6.सतत् मानव विकास एवं परिस्थितिकीय शासन (सतत मानव विकास एवं पारिस्थितिक शासन) 7.लोकतांत्रिक विकेंद्रीकरण और भारत में स्थानिय स्वशासन (लोकतांत्रिक विकेंद्रीकरण और स्थानीय स्वशासन) भारत) 8. जनसहभागिता और शासन (लोगों की भागीदारी और शासन) 9.सार्वजनिक सेवा प्रदायगी (सार्वजनिक सेवा वितरण) 10.ई-शासन (ई-गवर्नेंस) 11.भारत में नागरिक चार्टर और सूचना का अधिकार (भारत में नागरिक चार्टर और सूचना का अधिकार) 12.भारत में सुशासन की पहल: कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (भारत में सुशासन की पहल: कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व) सन्दर्हग्रन्थ सोचि अनुक्रमणिका
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Books Books NIRDPR LIBRARY Hindi Books Rack NIRDPR LIBRARY 320.954 SIN P18S (Browse shelf(Opens below)) Available 24-5544

1. समृद्धि और विकास विमर्श: शासन से सुशासन तक (विकास और विकास बहस: शासन से सुशासन)
2.भूमण्डलीकरण के दौर में भारत (वैश्वीकरण के युग में भारतीय राज्य)
3.भारत में विकास के बदलते आयाम (भारत में विकास के बदलते आयाम)
4. सुशासन द्वार लोकतंत्र का सुदृढीकरण (सुशासन के माध्यम से लोकतंत्र को मजबूत करना)
5.मानव-पर्यावरण संबंध (मानव-पर्यावरण संपर्क)
6.सतत् मानव विकास एवं परिस्थितिकीय शासन (सतत मानव विकास एवं पारिस्थितिक शासन)
7.लोकतांत्रिक विकेंद्रीकरण और भारत में स्थानिय स्वशासन (लोकतांत्रिक विकेंद्रीकरण और स्थानीय स्वशासन) भारत)
8. जनसहभागिता और शासन (लोगों की भागीदारी और शासन)
9.सार्वजनिक सेवा प्रदायगी (सार्वजनिक सेवा वितरण)
10.ई-शासन (ई-गवर्नेंस)
11.भारत में नागरिक चार्टर और सूचना का अधिकार (भारत में नागरिक चार्टर और सूचना का अधिकार)
12.भारत में सुशासन की पहल: कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (भारत में सुशासन की पहल: कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व)
सन्दर्हग्रन्थ सोचि

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